कभी-कभी मुझे लगता है।।


                      Ek sallam inke naam


कभी-कभी मुझे लगता है कि मुझे भगत सिंह के जमाने में पैदा होना चाहिए था, दे गये जो वो देश के लिए कुर्बानी मुझे अपने देश के लिए उससे भी बड़ी कुर्बानी दी जानी थी ।।

लेकिन,
 कभी-कभी मुझे लगता है की मुझे महात्मा गांधी के समय में पैदा होना चाहिए था और उनके साथ रहकर सत्याग्रह के आंदोलन में बढ़ चढ़के हिस्सा लेना चाहिए था।।

पर,
कभी-कभी मुझे  ये भी लगता है मेरे दोस्तों कि  कि मुझे सुभाष चंद्र बोस के जमाने में पैदा होना चाहिए था कर गया  वो वीर जो कारनामा मुझे उससे भी बड़ा कारनामा करके दिखाना चाहिए था ।।

पर फिर मुझे,
  लगता है कि मुझे वीर राणा सिंह किस जमाने में पैदा होना चाहिए था लर गया वो वीर एक हाथ; मुझे बिन हाथ लड़ना 
था ।।


लेकिन कभी-कभी मुझे लगता है मेरे दोस्तों कि हम जिस समय, जिस जगह, जिस देश, में पैदा हुए हैं बिल्कुल सही जगह, सही समय पैदा हुए हैं क्योंकि यह लोग तो इतिहास के पन्ने बनकर रह गए हैं हमें तो नया इतिहास बनाने के लिए पैदा किया गया है।।
 ना संघर्ष ना तकलीफे़ हो तो क्या मजा़ रहा जीने मे , तूफान भी थम जाएगा जब देखेगा लक्ष्य भरा हमारी सीने में ।।।


About the author;-
    Abhay Rahul Jha...A man is born to act several things, you can't be stuck on a single thing...The author is a perfect example of this.He is currently pursuing his graduation with commerce stream but has a passion and love towards literature and you can see it how better he expressed his words......



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@Kumar Shivam....